दिल को दिल से राह होती है
जब दिल में जगह बन जाय
तो घर में भी जगह बन जाती है
दिल आदमी का छुपा हुआ खजाना है
छोट-छोटे उपहार दिल से दिए जाते हैं
पर बड़े-बड़े उपहार दौलत दिखाना है.
दिल की ख़ुशी दौलत से बढकर है
यह हजारों लोगों से गवाही से बढकर है
जब दिल में भभक रही हो ज्वाला
तो कुछ चिंगारियां मुहं से बाहर निकलती हैं
दिल तो कांच का महल है
जिसकी मरम्मत नहीं की जा सकती है
दिल में लगी हो आग तो दिमाग में धुंआ भर जाता है
ऑंखें छलकने लगती हैं और दिल भर-भर आता है
-Kavita Rawat
भाव अच्छॆ है लेकिन कुछ कमी सी लगती है..कोशिश जारी रखें।शुभकामनायें।
Replyबहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......
Replyसंजय कुमार
हरियाणा
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
GAREEBI PAR MERI RACHNA JAROOR DEKHNA KAVITA JI...
Replyकुछ अलग से भाव लिये दिल से दिल पर लिखी रचना अच्छी लगी।
Replyभाव ही सब कुछ होते हैं और जब भावों डूब कर कोई रचना की जाती है, तो वह दिल को छू जाती है.
Reply....सुन्दर रचना!!!!
Replyदिल आदमी का छुपा हुआ खजाना है
Replyछोट-छोटे उपहार दिल से दिए जाते हैं
पर बड़े-बड़े उपहार दौलत दिखाना है...
सच कहा .... दिल तो बच्चा है, थोड़ा कच्चा है...... पर सच्चा भी है ........ अंदर उठते हुवे भावों का आईना है ......
बहुत अच्छी रचना है .........
Bahut acchee lagee ye kavita..........
Replyदिल की ख़ुशी दौलत से बढकर है
Replyयह हजारों लोगों से गवाही से बढकर है ..
बिल्कुल सही कहा है आपने! बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!
सुन्दर कवितायें बार-बार पढने पर मजबूर कर देती हैं. आपकी कवितायें उन्ही सुन्दर कविताओं में हैं.
ReplyNaksali samasya per apke comments pravkta per sarahniya hain.
Replysaritaiti@gmail.com
Replymera E Mail ID ye hai...